Know How Coronavirus can affect your skin: कोरोना वायरस ने एक बार फिर से दस्तक दे दी है. चीन में हुए कोरोना विस्फोट से पूरी दुनिया अब तक उबर नहीं पाई है. शोध के मुताबिक, कोरोना न सिर्फ सांस से जुड़ी बीमारी है बल्कि ये हमारी स्किन को भी प्रभावित करता है.

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Coronavirus Affect on Skin – कोरोना वायरस ने एक बार फिर से लोगों को अपनी जद में लेना शुरू कर दिया है. कोरोना को लेकर हेल्थ एक्सपर्ट्स पहले ही सजग कर चुके हैं कि शरीर पर इसके दूरगामी प्रभाव पड़ सकते हैं. कोरोना सिर्फ सांस से जुड़ी बीमारी नहीं बल्कि यह शरीर के दूसरे भागों को भी प्रभावित करता है. पहले सिर्फ यही माना जा रहा था कि कोरोना सिर्फ हमारे फेफड़ों को ही संक्रमित करता है लेकिन हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो कोविड 19 किडनी और दिल के अलावा स्किन पर भी अपना प्रभाव डालता है.
रिसर्च में क्या आया सामने?
आपको बता दें कि ब्रिटिश जर्नल ऑफ डर्मेटोलॉजी में इसको लेकर शोध भी सामने आया था, जिसके मुताबिक, त्वचा पर चक्कते कोविड का संकेत हो सकते हैं. ये जर्नल कोविड महामारी की शुरुआत के एक साल बाद प्रकाशित हुआ था. शोध में कोरोना और त्वचा संबंधी परेशानियों के बीच संबंध पाया गया था. इस शोध में करीब 3 लाख लोग शामिल थे, जिन्होंने कोविड लक्षण स्टडी ऐप में अपने लक्षणों के बारे में बताया था. डेटा के मुताबिक, कोविड 19 के दौरान करीब 9 फीसदी लोगों ने स्किन से जुड़ी दिक्कतों का सामना किया और 6.8 फीसदी लोगों ने रैशेज़ का अनुभव किया.
हो सकती हैं स्किन समस्याएं
कोरोना वायरस में सांस लेने में दिक्कत, बुखार, थकान, सिर दर्द, दस्त के साथ स्वाद और सुगंध भी प्रभावित होती है. लेकिन आपको बता दें कि कोरोना में स्किन से जुड़ी परेशानियों को नज़रअंदाज कर दिया जाता है. इसमें त्वचा पर रैशेज़, कोविड टोज़, एक्ज़ेमा, पापुलर रैश, वेस्कुलर रैश, ओरल रैश, पायरियासिस रसिया या फिर वास्कुलिटिक रैशेज शामिल है.
स्किन से जुड़ी समस्याओं की यूं करें पहचान
कोविड संक्रमण में स्किन से जुड़ी समस्याएं साधारण तौर पर हो सकती हैं. लेकिन स्किन संंबंधी ये परेशानी कोरोना से जुड़ी है या नहीं, जानने के लिए आपको अपने लक्षणों पर ध्यान देना होगा. कोरोना में कोविड टोज़ आम स्किन की समस्या है. इस स्थिति में पैर की उंगलियां सूज कर पिंक, लाल या फिर बैंगनी रंग की हो जाती हैं. इसी तरह एक्ज़ेमा कोविड के दौरान आमतौर पर गर्दन और सीने पर होता है. वहीं ओरल रैश होंठों पर होता है और कई बार मुंह के छालों के रूप में भी होता है.
( इस लेख में दी गई जानकारियां सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं. TV9 Hindi इनकी पुष्टि नहीं करता है. किसी विशेषज्ञ से सलाह लेने के बाद ही इस पर अमल करें.)