पटेल ने 2002 के विधानसभा चुनावों को छोड़कर 1990 के बाद से छह बार पेटलाड सीट जीती है. सातवें कार्यकाल के लिए चुनाव लड़ने के इच्छुक थे. गुजरात प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष जगदीश ठाकोर को संबोधित एक पत्र में पटेल ने अपने इस्तीफे का कारण बताया.

Image Credit source: tv9 bharatvarsh
आगामी गुजरात चुनावों में कांग्रेस द्वारा टिकट से इनकार करने पर, आनंद जिले में पार्टी के पेटलाड विधायक निरंजन पटेल ने बुधवार रात विधानसभा और पार्टी दोनों से इस्तीफा दे दिया है. हालांकि, पटेल के अगले कदम के बारे में अभी पता नहीं चल पाया है, लेकिन कयास लगाए जा रहे हैं कि वह भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) में शामिल हो सकते हैं. पेटलाड सीट से कांग्रेस द्वारा डॉ. प्रकाश परमार को मैदान में उतारने के बाद पटेल का इस्तीफा आया. सूत्रों ने कहा कि इस कदम से पटेल के समर्थक नाराज हैं.
पटेल ने 2002 के विधानसभा चुनावों को छोड़कर 1990 के बाद से छह बार पेटलाड सीट जीती है. सातवें कार्यकाल के लिए चुनाव लड़ने के इच्छुक थे. गुजरात प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष जगदीश ठाकोर को संबोधित एक पत्र में पटेल ने अपने कदम का कारण बताए बिना कहा कि मैं विधायक पद के साथ-साथ कांग्रेस पार्टी के सदस्य और उसके सभी पदों से इस्तीफा दे रहा हूं. कृपया मेरा इस्तीफा स्वीकार करें, जबकि पटेल ने कहा कि उन्होंने अभी अपने अगले कदम की योजना नहीं बनाई है, कांग्रेस नेताओं ने कहा कि पार्टी ने निर्वाचन क्षेत्र की जाति जनसांख्यिकी को ध्यान में रखते हुए पटेल के बजाय परमार को मैदान में उतारा. गुजरात में दो चरणों में एक दिसंबर और पांच दिसंबर को मतदान होगा और मतगणना आठ दिसंबर को होगी.
धनाणी के लिए अमरेली सीट जीतना नहीं होगा आसान
वहीं, चुनाव में कांग्रेस नेता परेश धनाणी के लिए चौथी बार अमरेली सीट पर जीत हासिल करना इस बार खासकर ऐसी स्थिति में आसान नहीं होगा, जब पाटीदार आरक्षण को लेकर आंदोलन फीका पड़ गया है. विधानसभा में विपक्ष के पूर्व नेता के सामने आम आदमी पार्टी (आप) के उम्मीदवार की चुनौती है, जो कांग्रेस के पारंपरिक वोट बैंक को नुकसान पहुंचा सकते हैं.
सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने इस सीट से अपने जिला इकाई प्रमुख कौशिक वेकारिया को मैदान में उतारा है, जबकि आप ने रवि धनाणी को टिकट दिया है. इन तीनों दलों के उम्मीदवार पाटीदार समुदाय से संबंध रखते हैं. इस विधानसभा क्षेत्र में आधे से अधिक मतदाता पाटीदार हैं.
(भाषा इनपुट के साथ)